B.Com 3rd Year Valuation Of Shares Corporate Accounting – MCQ

B.Com 3rd Year Valuation Of Shares Corporate Accounting – MCQ :- Corporate Accounting Study Material Question Answer Examination Paper Sample Model Practice Notes PDF MCQ (Multiple Choice Questions) available in our site. parultech.com. Topic Wise Chapter wise Notes available. If you agree with us, if You like the notes given by us, then please share it to all your Friends. If you are Confused after Visiting our Site Then Contact us So that We Can Understand You better.



(Multiple Choice Questions) 

  1. अंशों का मूल्यांकन’ शब्द का प्रयोग प्राय: किसके लिए किया जाता है?

(अ) समता अंश 

(ब) पूर्वाधिकार अंश

(स) ऋणपत्र

(द) बॉण्ड 

  1. शुद्ध सम्पत्ति से आशय है –

(अ) कुल सम्पत्ति

(ब) कुल सम्पत्ति – कुल दायित्व 

(स) कुल सम्पत्ति – चालू दायित्व

(द) वास्तविक सम्पत्तियों का वसूली मूल्य – कुल बाह्य दायित्व 

  1. आन्तरिक मूल्य पद्धति से समता अंश के मूल्य की गणना के लिये यह जानना आवश्यक है.

(अ) सामान्य प्रत्याय दर 

(ब) प्रत्याशित प्रत्याय दर

(स) शुद्ध समता का मूल्य

(द) उपर्युक्त सभी 

  1. अंशों के अंकित मूल्य से आशय है

(अ) बाजार मूल्य से 

(ब) सम्पत्तियों पर आधारित मूल्य से 

(स) पार्षद सीमानियम में उल्लिखित मूल्य से

(द) पार्षद अन्तर्निगयम में उल्लिखित मूल्य से

  1. अंशों का मूल्यांकन आवश्यक है-

(अ) कम्पनी के पुनर्निर्माण पर

(ब) एकीकरण पर 

(स) संविलयन पर

(द) उपरोक्त सभी 

  1. किस परिस्थिति में अंश मूल्यांकन आवश्यक नहीं है –

(अ) कम्पनी की आर्थिक स्थिति का मूल्यांकन करने में 

(ब) ऋण हेतु जमानत के रूप में अंश जमा कराने पर 

(स) कम्पनी के समापन पर

(द) अंशधारी जब मूल्य ज्ञात करना चाहता हो 

  1. अंशों के मूल्यांकन की चिट्ठा विधि को कहते हैं-

(अ) शुद्ध सम्पत्ति विधि

(ब) सम्पत्ति मूल्यांकन विधि 

(स) प्रतिधारित सम्पत्ति विधि 

(द) उपरोक्त सभी 

  1. अंश मूल्यांकन की आन्तरिक विधि जानी जाती है-

(अ) आय मूल्यांकन विधि

(ब) समता विधि 

(स) बाजार मूल्य विधि

(द) उपरोक्त में से कोई नहीं 

  1. सम्पत्तियों की प्रतिभूति से सुरक्षित अंशों का मूल्य अंकित मूल्य से सामान्यत-

(अ) अधिक होता है

(ब) कम होता है

(स) कोई सम्बन्ध नहीं होता है 

(द) बराबर होता है 

  1. एक समता अंश का अर्जन/आय पद्धति (Yield Method) से मूल्य की गणना के लिये यह जानना आवश्यक है

(अ) प्रत्याशित प्रत्याय दर

(ब) मांगी गयी समता अंश पूँजी 

(स) विनियोजित पूँजी 

(द) शुद्ध सम्पत्तियाँ

  1. ” मूल्य-अर्जन अनुपात की गणना के लिये, यह जानना आवश्यक है –

(अ) प्रति अंश बाजार मूल्य

(ब) प्रति अंश अंकित मूल्य  

(स) प्रति अंश दत्त मूल्य 

(द) उपर्युक्त सभी

  1. एकसमता अंश का अर्जन क्षमता आधार पर मूल्य की गणना के लिये यह जानना आवश्यक है-

(अ) प्रति अंश अंकित मूल्य

(ब) अर्जन दर

(स) प्रति अंश अर्जन

(द) बाजार प्रत्याय दर 

  1. सामान्य प्रत्याय दर का आशय हैं –

(अ) लाभांश दर

(ब) अंश का बाजार मूल्य

(स) अन्य उद्योगों में विनियोग पर प्रत्याय

(द) उद्योग, जिसमें कम्पनी कार्यशील है, में प्रचलित प्रत्याय 

  1. प्रतिफल मूल्यांकन विधि (Yield Method) के अन्तर्गत अंशों का मूल्य…… के आधार पर किया जाता है-

(अ) लाभांश दर

(ब) अर्जन दर 

(स) लाभ का पूँजीकरण

(द) उपर्युक्त सभी 

  1. वास्तविक अर्जन दर का प्रयोग लाभांश दर से बेहतर है, क्योंकि

(अ) यह लाभों पर आधारित है 

(ब) लाभांश दर सामान्यतया अर्जन दर से नीची होती है 

(स) वास्तविक अर्जन दर कुशलता का सही माप है

(द) उपर्युक्त सभी  

  1. यदि अंशों का मूल्य शुद्ध सम्पत्तियों की राशि को अंशों की संख्या से भाग करके ज्ञात किया जाता है तो इसे क्या कहा जाता है? 

(अ) बाजार मूल्य

(ब) क्रय मूल्य की लागत 

(स) पुस्तक मूल्य

(द) आन्तरिक मूल्य 

  1. शुद्ध सम्पत्ति विधि से विनियोजक आश्वस्त होता है –

(अ) विनियोगों पर निश्चित आय होगी 

(ब) अंशों का मूल्य बढ़ेगा

(स) विनियोग सम्पत्तियों से सुरक्षित है 

(द) उपरोक्त में से कोई नहीं 

  1. अधिमान अंशों का बकाया लाभांश सम्पत्ति मूल्यांकन विधि पर व्यवहत किया जाता है –

(अ) सकल सम्पत्तियों में से घटाया जाता है 

(ब) सम्पत्तियों में जोड़ा जाता है

(स) कोई समायोजन नहीं किया जाता 

(द) अधिमान अंश पूँजी में से घटाया जाता है 

  1. अन्य दो पद्वतियों से आगणित मूल्यों के औसत पर निम्नलिखित में से कौन-सी पद्वति आधारित –

(अ) शुद्ध सम्पत्ति पद्वति

(ब) प्रतिफल पद्धति 

(स) उचित मूल्य पद्वति

(द) इनमें से कोई नहीं 

  1. शुद्ध सम्पत्तियाँ ज्ञात करने हेतु घटाया जाने वाला दायित्व है-

(अ) सामान्य संचय

(ब) ऋण पूँजी 

(स) अधिमान पूँजी

(द) समता पूँजी 

  1. शुद्ध सम्पत्ति विधि में सम्पत्तियों को जिस मूल्य पर लेना चाहिए, वह है-

(अ) पुस्तक मूल्य

(ब) अपलिखित मूल्य 

(स) पुनर्मूल्यांकित मूल्य

(द) अंकित मूल्य 

  1. ‘डूबत ऋण आयोजन’ का शुद्ध सम्पत्तियाँ ज्ञात करते समय समायोजन किया जाता है –

(अ) देनदारों में जोड़ा जाता है 

(ब) शुद्ध सम्पत्तियों या देनदारों में से घटाया जाता है

(स) लाभों में से घटाया जाता है 

(द) कोई लेखा नहीं किया जाता 

  1. शुद्ध सम्पत्तियाँ ज्ञात करने हेतु घटाये जाने वाले दायित्वों में शामिल है-

(अ) चालू दायित्व

(ब) अल्पकालीन एवं दीर्घकालीन दायित्व 

(स) दीर्घकालीन दायित्व

(द) संचय एवं दायित्व 

  1. अंशों के आन्तरिक मूल्य की गणना की जाती है-

(अ) कुल सम्पत्तियों के आधार पर 

(ब) शुद्ध सम्पत्तियों के आधार पर

(स) स्थायी सम्पत्तियों के आधार पर 

(द) सकल चालू सम्पत्तियों के आधार पर 

  1. यदि अंशों का मूल्य लाभांश के आधार पर ज्ञात किया जाता है तो इसे कहते हैं-

(अ) शुद्ध सम्पत्ति विधि

(ब) आय विधि 

(स) उचित मूल्य विधि

(द) आन्तरिक मूल्य विधि 

  1. सामान्य प्रत्याय दर और मूल्य अर्जन अनुपात के बीच सम्बन्ध है-

(अ) विपरीत

(ब) प्रत्यक्ष 

(स) अनियमित

(द) नियमित

  1. किसी कम्पनी के अंश की कीमत निर्भर होती है –

(अ) अंश की माँग और पूर्ति पर

(ब) दत्त लाभांश की दर पर

(स) सरकार की आर्थिक नीतियों पर 

(द) उपरोक्त सभी पर 

  1. जब किसी विशिष्ट इकाई में विनियोग की जोखिम ऊँची है तो उस इकाई का मूल्य-अर्जन का अनुपात-

(अ) ऊँचा होगा

(ब) नीचा होगा

(स) नहीं प्रभावित होगा 

(द) कह नहीं सकते

  1. निम्नलिखित में से कौन-सी सम्पत्ति आन्तरिक मूल्य पद्धति में सम्मिलित है –

(अ) प्रारम्भिक व्यय

(ब) पेटेन्ट्स

(स) ऋणपत्रों पर कटौती

(द) लाभ-हानि का नाम शेष 

  1. निम्नलिखित में कौन-सा कथन सही है –

(अ) यदि अंश नियन्त्रण के उद्देश्य से प्राप्त किये जा रहे हैं तो अंशों का मूल्य लाभांश दर के आधार पर निर्धारित होता है।  (ब) जब जोखिम अधिक है, मूल्य-अर्जन अनुपात ऊँचा अनुपात ऊँचा होगा; इसी तरह यह नीचा होगा यदि जोखिम कम है। 

(स) सामान्य प्रत्याय दर और मूल्य-अर्जन अनुपात एक समान हैं। 

(द) अर्जन दर के आधार पर प्रति अंश मूल्य लाभांश दर के आधार पर मूल्य से कभी भी नीचा नहीं होगा। 

  1. लाभांश की गणना की जाती है-

(अ) अंकित मूल्य पर

(ब) बाजार मूल्य पर 

(स) प्रदत्त मूल्य पर

(द) पुनर्मूल्यांकित मूल्य पर 

  1. कम्पनी के चिट्ठे में समता पूँजी, अधिमान एवं बकाया लाभांश की मदें प्रकट की गयी हैं। समता अंशों का मूल्य निर्धारण करने हेतु-

(अ) शुद्ध सम्पत्तियों में से अधिमान अंश पूँजी घटायी जायेगी 

(ब) शुद्ध सम्पत्तियों में से लाभांश घटाया जायेगा 

(स) शुद्ध सम्पत्तियों में दोनों प्रकार के अंशों का भाग दिया जायेगा

(द) शुद्ध सम्पत्तियों में से अधिमान अंश पूँजी एवं लाभांश दोनों घटाये जायेंगे 

  1. अंश मूल्यांकन हेतु विनियोजित पूँजी ज्ञात करने का सूत्र होगा –

(अ) कुल सम्पत्तियाँ – कुल दायित्व 

(ब) कुल सम्पत्तियाँ – बाहरी दायित्व 

(स) (स्थायी सम्पत्तियाँ + चालू सम्पत्तियाँ) – (चालू दायित्व) (द) स्थायी + चल + कृत्रिम + अमूर्त सम्पत्तियाँ – चालू दायित्व 

  1. ‘वास्तविक लाभार्जन दर’ का सूत्र है –

(अ) लाभ /पूँजी = 100

(ब) उपार्जित लाभ समता + अधिमान पूँजी x 100

(स) उपार्जित लाभ / कुल विनियोजित पूँजी x 100

(द) अर्जित लाभ / विनियोजित मूल्य x 100

  1. बोनस अंशों के पश्चात अंशों के मूल्यांकन का सूत्र होगा-

(अ) कुल सम्पत्तियाँ / कुल अंश 

(ब) शुद्ध सम्पत्तियाँ मूल अंश + मूस अंश

(स) शुद्ध सम्पत्तियाँ / मूल अंश + बोनस अंश

(द) शुद्ध सम्पत्तियाँ / बोनस अंश 

  1. यदि 4 अंश के बदले 1 अंश बोनस के रूप में दिया जाये तो 10,000 अंशों के बदले निर्गमित “अशी के पश्चात अंशों का मल्य क्या होगा यदि शुद्ध सम्पत्तियों रू.2 लाख हों –

(अ) रू. 16 

(ब) रू. 20

(स) रू.10 

(द) रू.15 

  1. अधिकार अंशों का प्रस्ताव किया जाता है-

(अ) अंशों के अधिकत मूल्य के अनुपात में 

ब) विद्यमान अंशों के अंकित मूल्य के अनुपात में

(स) विद्यमान अंशों के चुकता मूल्य के अनुपात में

(द) अधिकृत पूँजी एवं चुकता पूँजी के अनुपात में 

  1. अधिकार अंश हैं –

(अ) कम्पनी द्वारा प्रथम बार निर्गमित अंश 

(ब) अंश हरण के बाद पुन: निर्गमन 

(स) सम्पत्ति क्रय के बदले अंशों का निर्गमन

(द) उपरोक्त में से कोई नहीं 

  1. अधिकार सहित मूल्य उद्धरण का आशय है –

(अ) क्रेता को नये अंश प्राप्त करने का अधिकार न मिलना 

(ब) क्रेता को नये अंश क्रय करने का अधिकार मिलना 

(स) प्रस्तावित अंश क्रय का अधिकार विक्रेता के पास रहना

(द) अंश प्राप्ति का अधिकार कम्पनी के पास रहना 

  1. यदि 50 रू.  के एक समता अंश के लिये सामान्य प्रत्याय दर 10% है और प्रत्याशित प्रत्याय दर 594 है तो एक समता अंश का मूल्य होगा-

(अ) 25 रू. 

(ब) 50 रू.

(स) 100 रू.

(द) इनमें से कोई नहीं 

  1. दिया है-स्थायी सम्पत्तियाँ 3,00,000 रू., चालू सम्पत्तियाँ 1,50,000 रू., चालू दायित्व 50,000२, 8% ऋणपत्र 1,50,000 रू., ऋणपत्रों पर अदत्त ब्याज 6 माह, संचय 20,000 रू. शुद्ध सम्पत्तियाँ होंगी-

(अ) 4,00,000 रू.

(ब) 2,44,000 रू.

(स) 3,00,000 रू.

(द) 2,30,000रू. 

  1. दिया है-अंश पूँजी 2,00,000 रू., संचय 50,000 रू., लाभ-हानि खाता 20,000 रू., संयंत्र और मशीनरी के पुनर्मूल्यांकन पर हानि 2,000 रू., ख्याति के मूल्यांकन पर लाभ 3,000 रू. शुद्ध सम्पत्तियों की राशि है-

(अ) 2,70,000 रू.

(ब) 2,71,000 रू.

(स) 2,68,000 रू.

(द) 2,73,000 रू. 

  1. दिया है-शुद्ध सम्पत्तियाँ-1,80,000 रू. अंश पूँजी 2 रू. प्रति के 10,000 समता अंश 10 रू. प्रति के 10,000 पूर्वाधिकारी अंश एक समता अंश का मूल्य होगा-

(अ) 2 रू.

(ब) 3 रू.

(स) 8 रू. 

(द) 18 रू. 

  1. एक कम्पनी के 10 रू. वाले,8 रू. प्रदत्त 1,00,000 समताअंश हैं। यदि प्रति अंश लाभांश एक रुपये है और प्रत्याशित प्रत्याय दर 12% है, अंश का बाजार मूल्य होगा-

(अ) 8 रू.

(ब) 8.33 रू. 

(स) 10 रू.

(द) इनमें से कोई नहीं 

  1. अधिमान अंशों की लाभांशदर एवं सामान्यदर में भिन्नता है।अधिमान अंश का पूँजीकरण होगा-

(अ) अधिमान अंश पुँजी x सामान्य दर / लाभांश दर

(ब) अधिमान अंश पूँजी x – लाभांश दर / सामान्य दर 

(स) अधिमान अंश पूँजी x बाजार दर / सामान्य दर 

(द) पूँजीकरण नहीं होगा

  1. यदि अधिमान अंशधारियों को कोई पूर्वाधिकार नहीं हो तो अंशों का मूल्य निधारणकौन-सा कथन सत्य है-

(अ) शुद्ध सम्पत्तियों में से अधिमान अंश पूँजी को घटाया नहीं जाएगा 

(ब) दोनों प्रकार के अंशों का औसत आधार पर मूल्य ज्ञात किया जाएगा 

(स) अधिमान अंशों का कोई पृथक् महत्त्व नहीं होता 

(द) उपर्युक्त सभी

  1. दिया गया है-5% अधिमान अंश पूँजी रू. 4,00,000, बकाया लाभांश दो वर्ष, सामान्य दर 10% अंकित मूल्य रू. 100 तो अधिमान अंश का मूल्य होगा-

(अ)  रू.140

(ब)  रू. 60

(स)  रू.105

(द)  रू. 105

  1. उपरोक्त प्रश्न 47 में यदि सामान्य दर भी 5% हो तो प्रति अंश मूल्य होगा –

(अ) रू. 105

(ब) रू. 100

(स) रू. 108

(द) रू. 110

  1. एक कम्पनी के लाभ (जिसको पूँजी 10 रू. वाले 25,000 अंशों में विभाजित है) पिछले तीन वर्षों के लिये निम्नांकित है-

50,000 रू. 60,000 रू. तथा 40,000 रू.। उचित आय की दर 10 % प्रतिवर्ष है। कम्पनी के अंश की कीमत निकालिए।

(अ) 10 रू.

(ब) 20 रू.

(स) 15 रू.

(द) इनमें से कोई नहीं

  1. अंश पूँजी –

1,000, 14% पूर्वाधिकार अंश, प्रत्येक 100 रू.  20,000 समता अंश, प्रत्येक 10 रू. पिछले चार वर्षों का औसत लाभ-2,05,000 रू. कर दरं-50%  सामान्य संचय में अन्तरण – 20%  सामान्य दर – 20%  समता अंशों का मूल्य होगा

(अ) 10 रू. 

(ब) 12.50 रू. 

(स) 17 रू.

(द) 18.33 रू. 

  1. दिया है-5% पूर्वाधिकारी अंश पूँजी 4,00,000 रू., अवशिष्ट लाभांश 3 वर्ष, सामान्य दर 10%, अंकित मूल्य 100 रू. तो एक पूर्वाधिकारी अंश का मूल्य होगा-

(अ) 140 रू.

(ब) 65 रू.

(स) 105 रू. 

(द) 210 रू.

  1. दिया है-प्रति अंश अंकित मूल्य 100 रू.,माँगी गयी राशि 80 रू.,दत्त राशि 70 रू.,लाभांश दर 12%, सामान्य दर 10% तो प्रति अंश मूल्य होगा-

(अ) 100 रू.

(ब) 96 रू. 

(स) 84 रू.

(द) 58.33 रू.

  1. समता अंशों पर सामान्य लाभांश 10,000 रू., अतिरिक्त लाभांश 8,000 रू.,समता पूँजी में 10 रू. प्रति के 15,000 अंश हैं। सामान्य प्रत्याय दर 8% है। प्रति अंश मूल्य होगा-

(अ) 10 रू. 

(ब) 15 रू.

(स) 12 रू.

(द) इनमें से कोई नहीं 

  1. औसत विनियोजित पूँजी 11,00,000 रू., अर्जित लाभ 2,20,000 रू., अंश का दत्त मूल्य 50 रू., अंशों का आन्तरिक मूल्य 150 रू. प्रति अंश। यदि सामान्य प्रत्याय दर 12% है, अंश का उचित मूल्य होगा-

(अ) 83.33 रू.

(ब) 150 रू.

(स) 116.67 रू. 

(द) 66.67 रू. 

  1. यदि अंश का प्रदत्त मूल्य 150 रू. है, सामान्य प्रत्याय दर 15% और वास्तविक प्रत्याय दर 10% है तो प्रत्येक अंश का मूल्य होगा-

(अ) 150 रू.

(ब) 100 रू.

(स) 225 रू. 

(द) इनमें से कोई नहीं 

  1. पूर्वाधिकारी अंशों की सामान्य प्रत्यायदर8% है; 100 रू. मूल्य के 12% पूर्वाधिकारी अंश का मूल्य होगा –

(अ) 80 रू.

(ब) 100 रू.

(स) 120 रू.

(द) 150 रू. 

  1. कम्पनी में विविध सम्पत्तियाँ 5.00.000 रू.,लाभ-हानि खाते का डेबिट शेष 20,000 रू.,5% 91,00,000 रू..लेनदार 40.000 रू.,1,000 अंश 10% अधिमान अंश पूँजी 1,00,000 रू., समता अंश, 2,00,000 रू.,ऋणपत्रों का बकाया ब्याज 6 माह; शुद्ध सम्पत्तियाँ होंगी-

(अ) 4,61,000 रू.

(ब) 3,71,000 रू.

(स) 3,57,500 रू.

(द) 3,61,000 रू. 

  1. उपर्युक्त प्रश्न 57 में समता अंशों का प्रति अंश मूल्य होगा यदि अधिमान अंशों पर एक वर्ष का “श बाकी हो तथा अधिमान अंशधारियों को पूँजी एवं लाभांश दोनों का पूर्वाधिकार हो –

(अ) 129.50 रू. 

(ब) 123.75 रू.

(स) 174.25 रू.

(द) 184.25 रू. 

  1. उपर्युक्त प्रश्न 57 के अनसार यदि अधिमान अंशधारियों को केवल पूँजी के सम्बन्ध में पूर्वाधिकार हो ते समता अंशों का प्रति अंश मूल्य होगा –

(अ) 128.75 रू. 

(ब) 124.25 रू. 

(स) 174.25 रू. 

(द) 184.25 रू. 

  1. उपर्युक्त प्रश्न 57 में अधिमान अंशों का प्रति अंश मूल्य क्या होगा यदि उन्हें दोनों पर पूर्वाधिकार प्राप्त हो-

(अ) 100 रू. 

(ब) 124.25 रू. 

(स) 110 रू. 

(द) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

  1. उपर्युक्त प्रश्न 57 में समता अंशों का प्रति अंश मूल्य क्या होगा, यदि अधिमान अंशों को केवल लाभांश का पूर्वाधिकार हो-

(अ) 124.25 रू. 

(ब) 115.83 रू.

(स) 129.25 रू. 

(द) 174.50 रू.  

  1. यदि समता अंशों एवं अधिमान अंशों दोनों को समान अधिकार प्राप्त हो तो प्रति अंश मुल्य क्या होगा?

(अ) 119.17 रू.

(ब) 358.50 रू.  

(स) 179.50 रू. 

(द) 124.25 रू.  

  1. लाभांश दर के आधार पर प्रति अंश मूल्य’ ज्ञात करने का सूत्र है –

(अ) लाभांश दर / ब्याज दर x 100

(ब) लाभांश दर / सामान्य दर x अंश का बाजार मूल्य

(स) सामान्य दर / लाभांश दर x अंश का बाजार मूल्य

(द) लाभांश दर / सामान्य दर x बाजार मूल्य

  1. अधिमान अंश पूँजी रू.  1,00,000, लाभांश रू.  10,000, सामान्य दर 5%, प्रति अंश मूल्य होगा यदि अंकित मूल्य रू.  100 प्रति अंश हो और सम्पूर्ण राशि मांगी गयी हो-

(अ) रू.  100 

(ब) रू. 75 

(स) रू.  50

(द) रू.  200 

  1. सामान्य लाभ रू.  2,00,000, संचयों में हस्तान्तरण दर 10%, समता अंश पूँजी रू.  5,00,000, सामान्य दर 20%, अंशों का अंकित मूल्य रू.  10, प्रति अंश मूल्य होगा-

(अ) रू.  10 

(ब) रू.  20

(स) रू.  18

(द) रू.  15 

  1. सम्पत्तियाँ रू.  13 लाख, लेनदार रू. 40,000,डूबत ऋण आयोजन रू. 2,000, चालू वर्ष के लाभ रू. 4 लाख, विनियोजित पूँजी होगी यदि कर आयोजन की दर 30% हो-

(अ) रू.  13 लाख

(ब) रू.  11.38 लाख 

(स) रू.  12.58 लाख

(द) रू.  12.68 लाख 

  1. दिया गया है-अंश पूँजी रू.  50,000,संचय रू. 5,000, बाह्य दायित्व 20.000, कृत्रिम सम्पत्तियार 2,000, अंश पूँजी रू.  10 वाले अंशों में विभाजित है। औसत लाभ रू.  10,000 है जिसमें से 10% संचय में हस्तान्तरित किया जाता है। अंशों का आन्तरिक मूल्य है-

(अ) रू. 11

(ब) रू.  10.60

(स) रू. 10.00 

(द) रू. 7 

  1. उपरोक्त प्रश्न 67 में आय प्रतिफल मूल्यांकन विधि’ से प्रति अंश मूल्य क्या होगा यदि सामान्य दर 9% है –

(अ) रू.  21.11 

(ब) रू.  20

(स) रू. 5 (

द) रू. 450 

  1. उपरोक्त प्रश्न 67 के अनुसार अंश का उचित मूल्य क्या होगा –

(अ) रू.  16.05 

(ब) रू. 15 0 

(स) रू.  15.30 

(द) रू. 7.90 

  1. एक कम्पनी अपने अंशधारियों को धारित प्रत्येक 10 अंशों के लिये 4 अंशों का प्रस्ताव कर निगम मूल्य 28 रू.  प्रति अंश है और बाजार में मूल्य 38 रू.  प्रति अंश है। अधिकार का बाजार क्या है-

(अ) 2.50 रू. 

(ब) 2.75 रू. 

(स) 2.86 रू. 

(द) इनमें से कोई नहीं 

  1. दिया है-प्रति अंश बाजार मुल्य 40 रू. धारित प्रत्येक 2 अंशों के लिये 10% प्राम अधिकार अंश का निर्गमन। अंकित मूल्य 10 रू.  प्रति अंश। अधिकार का मूल्य है।

(अ) 11 रू.  

(ब) 34.30 रू. 

(स) 9.67 रू. 

(द) इनमें से कोई नहीं

  1. एक कम्पनी अपने अंशधारियों को प्रत्येक रू. 10 वाले 4 अंशों के बदले रू. 11 प्रति अंश के 2 अंश करती है। अंश का बाजार मूल्य रू.42 प्रति अंश है। अधिकार का मूल्य है –

(अ) 2 रू.

(ब) 10.33 रू. 

(स) 16 रू.

(द) 20 रू.

  1. यदि अधिकार का मुल्य रू.15 हो, कम्पनी के पुराने 3 अंशों के बदले नये अंश दिये जा रहे हों तथा अंशों का बाजार मूल्य रू. 300 एवं निर्गमन मूल्य रू. 240 हो तो नये अंशों की संख्या होगी।

(अ) 2 अंश

(ब) 1 अंश 

(स) 3 अंश

(द) 1.5 अंश

  1. X कम्पनी ने चार अंशों के लिये 15 रू. वाले 2 अंश निर्गमित किये। इसके विद्यमान अंशों का बाजार मुल्य 17 रू. अधिकार सहित है। अधिकार का मूल्य होगा-

(अ) रू. 2 

(ब) रू.8

(स) रू.0.67 

(द) रू.3 

  1. अंशों के मूल्यांकन की विधिया है –

(अ) 3 

(ब) 4

(स) 5 

(द) 6

  1. अंकित मूल्य की तुलना में अशों का मूल्यांकन सामान्यत: होता है –

(अ) अधिक

(ब) कम 

(स) बराबर

(द) कम और अधिक 

  1. विनियोक्ता के दृष्टिकोण से अंशों के मूल्यांकन की श्रेष्ठ विधि है-

(अ) शुद्ध सम्पत्ति विधि है।

(ब) आय मूल्य विधि 

(स) उपरोक्त (अ) व (ब) दोनों 

(द) इनमें से कोई नहीं 

  1. समता पूँजी 45,000 रू.,दायित्व 30,000 रू., वर्ष का लाभ 20,000 रू. कुल सम्पत्तियाँ हैं –

(अ) रू.95,000 

(ब) रू.75,000 

(स) रू. 65,000 

(द) रू. 50,000 

  1. एक कम्पनी ने प्रत्येक पाँच अंशों के लिए 3 अधिकार अंश 20 रू. प्रति अंश की दर से निर्गमित करके अपनी अंश पूँजी में वृद्धि की। इसके अंशों का अधिकर सहित बाजार मूल्य 25 रू. है। अधिकार का मूल्य होगा –

(अ) रू.1.787 

(ब) रू.1.875 

(स) रू. 2.751 

(द) रू. 3.950 80. 

  1. सामान्य लाभ का सूत्र है –

(अ) औसत लाभ x सामान्य दर / 100

(ब) वास्तविक औसत लाभ x – दर / 100

(स) औसत विनियोजित पूँजी x सामान्य दर / 100

(द) अधिलाभ x  सामान्य दर / 100

  1. विनियोजित पूँजी में सम्मिलित नहीं की जाती है –

(अ) कृत्रिम सम्पत्तियाँ

(ब) चालू सम्पत्तियाँ 

(स) स्थायी सम्पत्तियाँ

(द) मूर्त सम्पत्तियाँ 

  1. औसत विनियोजित पूँजी 80,000 रू., चालू वर्ष के लाभ 30,000 रू., विनियोजित पूँजी होगी –

(अ) रू. 1,10,000 

(ब) रू. 95,000 

(स) रू. 95,000

(द) रू. 65,000 

  1. कम्पनी के चिठे में प्रकट ऋणपत्रों को विनियोजित पॅजी ज्ञात करते समय-

(अ) घटाना चाहिए

(ब) जोड़ना चाहिए 

(स) कोई समायोजन नहीं

(द) औसत लेना चाहिए 

  1. अशा का आन्तरिक मूल्य ज्ञात किया जाता है –

(अ) लाभों के आधार पर

(ब) शूद्ध सम्पत्तियों के आधार पर 

(स) बाजार भाव के आधार पर 

(द) सटोरियों द्वारा निर्धारित

  1. बाह्य दायित्व 5,000 रू. से बढ़ गया। शुद्ध सम्पत्तियों पर प्रभाव होगा-

(अ) 5,000 रू. से वृद्धि

(ब) 5,000 रू. से कमी

(स) कोई प्रभाव नहीं 

(द) उपर्युक्त के अतिरिक्त

  1. अंशों की मूल्यांकन पद्धति है –

(अ) ख्याति मूल्यांकन विधि

(ब) आय मूल्याकन विधि 

(स) लाभ मूल्यांकन विधि

(द) उपयुक्त सभी

  1. दिया गया है –

लाभांश प्रति अंश 15 रू. लाभांश व अधिकार सहित मूल्य          240 रू. प्रति अंश  अंकित मूल्य                                   100 रू. प्रति अंश  प्रत्येक 5 अंश पर 2 अंश 10 प्रतिशत प्रीमियम पर प्रस्तावित किए गए।अधिकार का मल्य होगा – (अ) रू. 40 

(ब) रू. 34.30

(स) रू. 32 86 

(द) रू. 50 

  1. दिया गया है –

लाभ 3,00,000 रू.  समता पूँजी 10र वाले 50,000 अंश  प्रति अंश आय 3.00 रू.  प्रति अंश मूल्य है-

(अ) रू. 20 

(ब) रू. 6 

(स) रू. 5

(द) रू.10 

  1. एक्स लि० की पूँजी 8,00,000 रू. है, अपने लाभ का 50% लाभांश बाँटती है, वार्षिक लाभ 2,00,000 रू. है,सामान्य आय की दर 10% प्रतिवर्ष है। कम्पनीका प्रत्येक अंश 100 रू. का है।अंशों का मूल्य निकालिए-

(अ) रू. 100 

(ब) रू.150

(स) रू. 125 

(द) रू.175 

  1. लाभांश आय विधि में अंश का मूल्य ……. के आधार पर ज्ञात किया जाता है-

(अ) उपार्जन दर

(ब) लाभांश दर 

(स) लाभ का पूँजीकरण

(द) उपरोक्त सभी


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